जलन, एसिडिटी तथा डैंड्रफ एवं त्वचा रोगों में होम्योपैथिक इलाज बेहतर

दो दिवसीय निःशुल्क होम्योपैथी चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ

इन्दौर। दो दिवसीय निःशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि अर्यमा सान्याल जी डायरेक्टर इंदौर एयरपोर्ट ने किया होम्योपैथिक दवा तथा मास्क का वितरण डॉ संजय दीक्षित डीन एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज इंदौर के द्वारा किया गया। डॉ. ए.के. द्विवेदी ने सभी मरीजों का परीक्षण किया तथा होम्योपैथिक दवा प्रेस्क्राइब की।

इंदौर, मध्य प्रदेश के सुप्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक तथा आयुष मंत्रालय भारत सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी ने कोविड के समय में पूरी तरह से कोविड नियमों का पालन करते हुए अपने जन्मदिन पर कोई पार्टी नहीं करते हुए पूरी तरह से समाज हित में कार्य करने का स्व निर्णय लिया। आपने दो दिवसीय निःशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जिसमें लोगों को निःशुल्क होम्योपैथिक दवा प्रदान की गई।

मुख्य अतिथि आर्यमा सान्याल जी डायरेक्टर इंदौर एयरपोर्ट ने कहा कि लोगों की यह गलतफहमी है कि एलोपैथी दवा जल्दी और होम्योपैथी दवा धीरे असर करती है। आपने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि जो सर्दी जुकाम एलोपैथी दवा से 7-8 दिन में ठीक नहीं होती है वह होम्योपैथी दवा से मात्र 2-3 दिन में ठीक हो जाती है और किसी भी प्रक्रार की कमजोरी या सुस्ती भी नहीं लगती जबकि एंटी एलर्जिक दवा खाने से सुस्ती और दिन-भर भारीपन लगने के साथ-साथ कफ सूख जाता है। आपने जीभ की जलन, एसिडिटी तथा डैंड्रफ एवं त्वचा रोगों में होम्योपैथिक इलाज को सबसे बेहतर इलाज बताया।

डॉ संजय दीक्षित जी डीन एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज ने कोविड मरीजों को दी जा रही होम्योपैथिक दवा के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल कर उन मरीज से चर्चा भी किये जिन्हें खाँसी और कमजोरी में होम्योपैथिक इलाज से काफी जल्दी आराम मिला। आपने डॉ. ए.के. द्विवेदी द्वारा समाज हित में किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। होम्योपैथिक मेडिसीन ब्रायोनिआ अल्बम तथा कार्बो वेज से ठीक हुए पोस्ट कोविड मरीज की सी.टी. रिपोर्ट भी देखी। ऐसे मरीज जिनके फेफड़े 70-75 प्रतिशत तक खराब हो गये थे तथा अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद लगभग एक माह होम्योपैथिक दवा का सेवन कर पूरी तरह स्वस्थ हो गये तथा उनकी सी.टी. स्केन की रिपोर्ट भी नार्मल आई।

दोनों अतिथियों ने वृक्षारोपण करते हुये कहा कि अपने जन्मदिन पर प्रकृति को हम पेड़ लगाकर अच्छा गिफ्ट दे सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. ए.के. द्विवेदी ने किया अतिथि स्वागत डॉ. विवेक शर्मा तथा दीपक उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम संचालन डॉ. जितेन्द्र कुमार पुरी ने किया, आभार डॉ ऋषभ जैन ने व्यक्त किया। होम्योपैथिक दवा राकेश यादव, जितेन्द्र जायसवाल तथा विनय पाण्डेय द्वारा मरीजों के लिए तैयार की। आज केवल 30 मरीज ही देखे गये शेष मरीजों का पंजीयन कल के लिए कर दिया गया, भीड़ इकट्ठी न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा गया।

डॉ ए.के. द्विवेदी ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि मरीजों को उनकी बीमारी के बारे में सही जानकारी उपलब्ध करायें तथा बीमारी के बढ़ने एवं उसके डर से बचायें। आपने एक महिला मरीज जो कि पेट दर्द के लिए दिखाने आई थी और डर रही थी कि उसको कहीं कैंसर तो नहीं हो गया। पेट दर्द से मर तो नहीं जाएगी के बारे में बताते हुए कहा कि उस मरीज की माता जी को कई वर्ष पूर्व पेट के कैंसर से मर जाने के बाद उसे भी हमेशा ऐसा डर लगने लगा कि कहीं उसको भी कैंसर तो नहीं हो गया जबकि उसको साधारण पेट दर्द ही था होम्योपैथिक इलाज से काफी राहत मिली।

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